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Thursday, July 31, 2014
[MazdoorBigul] मज़दूर बिगुल का जुलाई 2014 अंक
(मज़दूर बिगुल के जुलाई 2014 अंक में प्रकाशित लेख। अंक की पीडीएफ फाइल डाउनलोड करने के लिए यहाँ क्लिक करें और अलग-अलग लेखों-खबरों आदि को पढ़ने के लिए उनके शीर्षक पर क्लिक करें)
- मोदी सरकार ने दो महीने में अपने इरादे साफ़ कर दिये
- वज़ीरपुर के गरम रोला मज़दूरों का ऐतिहासिक आन्दोलन
- वज़ीरपुर गरम रोला मज़दूर आन्दोलन में 'इंक़लाबी मज़दूर केन्द्र' की घृणित ग़द्दारी और गरम रोला मज़दूरों का माकूल जवाब
- कारख़ाना मालिक द्वारा एक मज़दूर की बर्बर पिटाई के खि़लाफ़ लुधियाना के दो दर्जन से अधिक कारख़ानों के सैकड़ों पावरलूम मज़दूरों ने लड़ी पाँच दिन लम्बी जुझारू विजयी हड़ताल
- मोदी सरकार का एजेण्डा नम्बर 1 – रहे-सहे श्रम क़ानूनों की धज्जियाँ उड़ाना
- सुब्रत राय सहारा: परजीवी अनुत्पादक पूँजी की दुनिया का एक धूमकेतु
- ज़ियनवादी नरसंहार, फिलिस्तीनी जनता का महाकाव्यात्मक प्रतिरोध और आज की दुनिया
- गाज़ा में इज़रायल द्वारा जारी इस सदी के बर्बरतम जनसंहार के विरुद्ध देशभर में विरोध प्रदर्शन
- मोदी सरकार ने गाज़ा नरसंहार पर संसद में चर्चा कराने से इंकार किया
- पंजाब सरकार फासीवादी काला क़ानून लागू करने की तैयारी में
- क्रान्तिकारी चीन में स्वास्थ्य प्रणाली
- पूँजीपतियों को श्रम क़ानूनों की धज्जियाँ उड़ाने की और भी बड़े स्तर पर खुली छूट
- यह आर्तनाद नहीं, एक धधकती हुई पुकार है!
- प्रेमचन्द के जन्मदिवस (31 जुलाई) के अवसर पर
- पाब्लो नेरूदा के जन्मदिवस (12 जुलाई) के अवसर पर
- फ़िलिस्तीन: कुछ कवितांश
News Agency IANS News from IBN7 Website : आरटीआई कार्यकर्ताओं का अनोखा प्रदर्शन
http://ibn7.in/state/uttar-pradesh/lucknow/item/45266-news
आरटीआई कार्यकर्ताओं का अनोखा प्रदर्शन
Thursday, 31 July 2014 09:06
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आरटीआई कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रहे हमले और
उत्पीड़न के खिलाफ 'नेशनल व्हिसल्ब्लोवर्स डे' पर बुधवार को जीपीओ स्थित
गांधी प्रतिमा के समक्ष आरटीआई और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने
नुक्कड़ नाटक 'मदारी और बंदर' के माध्यम से एवं 'सीटी बजाकर' प्रदर्शन
किया। येश्वर्याज सेवा संस्थान के बैनर तले अपनी तरह का बेहद और अलग
प्रदर्शन कर आयोजक और आरटीआई कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा ने कहा, "उत्तर
प्रदेश में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों द्वारा राजनेताओं के इशारों पर
कार्य करके निर्दोष जनता को निरंतर ही प्रताड़ित किया जा रहा है और आम-जन
को प्रशासन और पुलिस से न्याय नहीं मिल रहा है। इन निंदनीय कृत्यों में
प्रशासन और पुलिस का पूरा तंत्र ही प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से
सहभागी है।"
प्रशासनिक और पुलिस तंत्र राजनेताओं को अपना मदारी मान चुका है और उनके
इशारों पर बंधक बन्दर की तरह नाच रहा है।
उर्वशी ने कहा कि प्रदेश में आए दिन हो रहे दंगों तथा बदायूं, मोहनलालगंज
जैसे दुष्कर्म और हत्याकांड के मामलों की पुनरावृत्ति यह सिद्ध करती है
कि अपराधों के प्रति सरकार पूर्णतया: बहरी हो गई है।
उन्होंने कहा कि हम राज्य में बढ़ते अपराधों के प्रति सरकार के कानों तक
जनता की आवाज पंहुचाने के लिए सीटी बजाकर आक्रोश व्यक्त करते हुए
प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था और मानवाधिकारों के
खुले उल्लंघनों के लिए प्रदेश सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने प्रदेश में
सचेतकों और आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्याओं की घटनाओं को लोकतंत्र की
हत्या करार देते हुए सरकार से आरटीआई कार्यकर्ताओं और सचेतकों को झूठे
मामलों में फंसाए जाने की घटनाओं की सीबीसीआईडी से जांच कराने की मांग
की।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासनिक और पुलिस तंत्र को पारदर्शी और जवाबदेह
बनाकर प्रदेश में मानवाधिकारों के संरक्षण की मांग की और प्रशासनिक सुधार
और पुलिस सुधार के लिए तेरह सूत्री मांगपत्र सूबे के मुखिया अखिलेश यादव
को प्रेषित किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने विगत दिनों मारे गए सचेतकों, आरटीआई कार्यकर्ताओं और
निर्दोष आमजनों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर
श्रद्धांजलि अर्पित की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
Agency: IANS
आरटीआई कार्यकर्ताओं का अनोखा प्रदर्शन
Thursday, 31 July 2014 09:06
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आरटीआई कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रहे हमले और
उत्पीड़न के खिलाफ 'नेशनल व्हिसल्ब्लोवर्स डे' पर बुधवार को जीपीओ स्थित
गांधी प्रतिमा के समक्ष आरटीआई और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने
नुक्कड़ नाटक 'मदारी और बंदर' के माध्यम से एवं 'सीटी बजाकर' प्रदर्शन
किया। येश्वर्याज सेवा संस्थान के बैनर तले अपनी तरह का बेहद और अलग
प्रदर्शन कर आयोजक और आरटीआई कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा ने कहा, "उत्तर
प्रदेश में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों द्वारा राजनेताओं के इशारों पर
कार्य करके निर्दोष जनता को निरंतर ही प्रताड़ित किया जा रहा है और आम-जन
को प्रशासन और पुलिस से न्याय नहीं मिल रहा है। इन निंदनीय कृत्यों में
प्रशासन और पुलिस का पूरा तंत्र ही प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से
सहभागी है।"
प्रशासनिक और पुलिस तंत्र राजनेताओं को अपना मदारी मान चुका है और उनके
इशारों पर बंधक बन्दर की तरह नाच रहा है।
उर्वशी ने कहा कि प्रदेश में आए दिन हो रहे दंगों तथा बदायूं, मोहनलालगंज
जैसे दुष्कर्म और हत्याकांड के मामलों की पुनरावृत्ति यह सिद्ध करती है
कि अपराधों के प्रति सरकार पूर्णतया: बहरी हो गई है।
उन्होंने कहा कि हम राज्य में बढ़ते अपराधों के प्रति सरकार के कानों तक
जनता की आवाज पंहुचाने के लिए सीटी बजाकर आक्रोश व्यक्त करते हुए
प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था और मानवाधिकारों के
खुले उल्लंघनों के लिए प्रदेश सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने प्रदेश में
सचेतकों और आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्याओं की घटनाओं को लोकतंत्र की
हत्या करार देते हुए सरकार से आरटीआई कार्यकर्ताओं और सचेतकों को झूठे
मामलों में फंसाए जाने की घटनाओं की सीबीसीआईडी से जांच कराने की मांग
की।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासनिक और पुलिस तंत्र को पारदर्शी और जवाबदेह
बनाकर प्रदेश में मानवाधिकारों के संरक्षण की मांग की और प्रशासनिक सुधार
और पुलिस सुधार के लिए तेरह सूत्री मांगपत्र सूबे के मुखिया अखिलेश यादव
को प्रेषित किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने विगत दिनों मारे गए सचेतकों, आरटीआई कार्यकर्ताओं और
निर्दोष आमजनों की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर
श्रद्धांजलि अर्पित की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
Agency: IANS
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उनकी खबरें जो खबर नहीं बनते
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- AIFRTE Condemns Police Assault on Students in Patna
- Stop the Sexual Harassment and Intimidation of Associate Professor at IGIMS, Patna
- इतिहास का आधार प्रेमचंद क्यों नहीं
- कैप्टन यादव अपने त्यागपत्र पर पुनर्विचार करें- भूपेंद्र सिंह हुड्डा
- तमाम पीढ़ियों को प्रेमचंद के रचना-कर्म ने दिशा प्रदान की
- एस्सार के समर्थन में खुलकर आई मप्र सरकार, ग्रीनपीस के दो कार्यकर्ता आधी रात में गिरफ्तार
AIFRTE Condemns Police Assault on Students in Patna Posted: 31 Jul 2014 03:01 AM PDT |
Stop the Sexual Harassment and Intimidation of Associate Professor at IGIMS, Patna Posted: 30 Jul 2014 11:09 PM PDT |
इतिहास का आधार प्रेमचंद क्यों नहीं Posted: 30 Jul 2014 10:07 PM PDT |
कैप्टन यादव अपने त्यागपत्र पर पुनर्विचार करें- भूपेंद्र सिंह हुड्डा Posted: 30 Jul 2014 09:39 AM PDT |
तमाम पीढ़ियों को प्रेमचंद के रचना-कर्म ने दिशा प्रदान की Posted: 30 Jul 2014 08:59 AM PDT |
एस्सार के समर्थन में खुलकर आई मप्र सरकार, ग्रीनपीस के दो कार्यकर्ता आधी रात में गिरफ्तार Posted: 30 Jul 2014 07:54 AM PDT |
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