Sunday, May 27, 2012

राजनैतिक, आर्थिक, संस्कृतिक मुद्दो और आम आदमी के सवालो पर सार्थक हस्तक्षेप Hastakshep.com

राजनैतिक, आर्थिक, संस्कृतिक मुद्दो और आम आदमी के सवालो पर सार्थक हस्तक्षेप Hastakshep.com

Link to Hastakshep.com

” राजनीति ख़त्म/ काम शुरू” : दो महीने में ही अखिलेश ने भुला दिया मुलायम को !

Posted: 27 May 2012 07:30 AM PDT

हस्तक्षेप टीम सियासत भी बहुत बेरहम चीज़ है. यहाँ हर कोई उचक कर बस ऊपर चढ़ना चाहता है और जिस के कंधे पर चढ़ कर ऊपर पहुँचता है पहली लात उसी कंधे पर मारता है. पुत्तर प्रदेश कहलाए जा रहे उत्तर प्रदेश में कुल मिलाकर तीन महीना भी नहीं बीता है जब समाजवादी पार्टी के [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

ताकि भटकी हुई ताकतों पर लगाम कस सकें

Posted: 27 May 2012 06:30 AM PDT

सुभाष राय    समय बहुत कठिन है। जिनकेपास अधिकार है, वे और ज्यादा अधिकार पाने की होड़ में हैं। जिनकेपास शक्ति है, वे अपनी मुश्कें और मजबूत कर लेना चाहते हैं। और धन? वह तो केंद्रीय भूमिका में है। धन ही शक्ति और अधिकार दोनों का सृजन करने की सामथ्र्य रखता है। अगर किसी केंचुए [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

बाबर की औलाद रंगून में सो रहा है, जश्न यहाँ मन रहा है इमारत ढहा कर

Posted: 27 May 2012 03:45 AM PDT

बाबर की औलादें —–– चंचल जब यह खबर आयी की प्रधान मंत्री रंगून जायगे और वहाँ बहादुए शाह जफ़र की मजार पर चादर चढाएंगे तो संघी घराने ने फिर वही राग राग अलापा ‘बाबर की औलाद ‘ हमने बाबर की एक औलाद का जिक्र किया है .. रो रहा था लिख रहा था .. संघी [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

परवर्ती पूंजीवाद और साहित्येतिहास- भाग-2

Posted: 27 May 2012 02:35 AM PDT

जगदीश्वर चतुर्वेदी हिन्दी की सबसे बड़ी समस्या यह है कि शिक्षक और आलोचक अपने नियमित अभ्यास और ज्ञान विनिमय का अनुसंधान को अभी तक जरिया नहीं बना पाए है।वे पढ़ाने और बोलने को प्रथमकोटि का काम मानते हैं और शोध को दूसरे दर्जे का काम मानते हैं। वे वादानुवाद के लिए तो किसी कृति पर [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

भगवान ऐसे ही होते हैं !!!

Posted: 27 May 2012 02:18 AM PDT

-       पंकज प्रसून  1 साठ  साल के शर्माजी बेचते थे दवाई छोटी-सी दूकान थी उनकी एक दिन जा रहे थे पैदल मार दी टक्कर किसी का या बाइक सवार ने पता नहीं गिर पड़े शर्माजी फट गया उनकी सिर बहने लगा ख़ून हो गये घायल और बेहोश पुलिस ले गयी उनको अस्पताल [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

ममता ढोएंगी वाम का कल्चर

Posted: 27 May 2012 01:01 AM PDT

अमित पाण्डेय एक प्रसिद्ध कहावत है आप कैसे समझेंगे कि आप बंगाल की राजधानी कोलकाता में हैं? दूसरे ने  उत्तर दिया ” हूजूर यहां और कुछ हो न हो विरोध जरूर होता है। मतलब ये कि ” वियतनाम में बम चला, विरोध की झांकी कोलकाता में देखी गयी, सीरिया में लोग मरे कोलकाता ने आंसू [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

ममता की बौनी राजनीति

Posted: 26 May 2012 11:30 PM PDT

जगदीश्वर चतुर्वेदी पश्चिम बंगाल में संकीर्ण राजनीतिक पांसे तेजी से फेंके जा रहे हैं। इससे सामाजिक जीवन में अनुदार भावबोध पुख्ता होगा। इसे चालू भाषा में बौनी राजनीति कहते हैं। बौनी राजनीति वे करते हैं जिनके पास राष्ट्रीय विज़न नहीं होता। ममता बनर्जी के सत्ता में आने के साथ यह उम्मीद जगी थी कि राज्य [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

पूर्वोत्तर के विकास के प्रति गंभीर हैं क्या सोनिया गाँधी ?

Posted: 26 May 2012 10:30 PM PDT

शेष नारायण  सिंह   कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने अपने असम के दौरे के दौरान दावा किया है कि केंद्र की यू पी ए और असम की कांग्रेसी सरकार की कोशिश से उस  इलाके में आतंकवाद कमज़ोर पड़ा  है . बातचीत के ज़रिये समस्या को हल करने की नीति की उन्होंने तारीफ़ की और कहा कि यू पी ए और [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

राजनीतिक शिक्षा का माध्यम भी हैं और राजनीतिक चेतना भी पैदा करते हैं कार्टून

Posted: 26 May 2012 09:54 PM PDT

    जब उत्तर प्रदेश के एक पूर्व मुख्यमंत्री ने गांधी के विरुद्ध अपशब्दों का प्रयोग किया था तो संसद में कोई खास अनुगूंज नहीं हुई। क्यों? क्योंकि गांधी सबसे बड़ा डेमोक्रेट है; उसकी जाति, धर्म का कोई वोट बैंक नहीं है, बावजूद कि वे अपने को हिंदू कहते थे। वोट बैंक उनका होता है जो सत्तालोलुप [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

अच्छा जी अमेरिका की अर्थव्यवस्था हमारे मुकाबले बहुत कमज़ोर है !

Posted: 26 May 2012 08:40 PM PDT

पेट्रोल में बढोतरी , कोई नयी बात नहीं . कुलदीप सिंह ‘दीप’ आज विश्व की महाशक्ति अमेरिका सहित अन्य यूरोपीय देश आर्थिक संकट से जूझ ही नहीं रहे हैं, बल्कि पूरी दुनिया को अपने आगोश में भी लपेट रहे है. आज भारत भी इसी आर्थिक मंदी की गिरफ्त में आता जा रहा है, इसी वर्ष [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

खेती नष्ट करने की साजिश है ये

Posted: 26 May 2012 08:03 PM PDT

सुनील दत्ता उर्वरको की घटती खपत हिन्दी दैनिक बिजनेस स्टैंडर्ड के एक अप्रैल की सूचनाओं के अनुसार रासायनिक खादों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त अर्थात विनियंत्रित किए जाने के बाद से रासायनिक खादों के इस्तेमाल में खासी गिरावट हुई है |इस गिरावट का प्रमुख कारण रासायनिक खादों के इस विनिय्त्रण के बाद उनकी कीमतों में [...]

पूरा आलेख पढने के लिए देखें एवं अपनी प्रतिक्रिया भी दें http://hastakshep.com/

No comments:

Post a Comment