Tuesday, June 5, 2012

राजनैतिक, आर्थिक, संस्कृतिक मुद्दो और आम आदमी के सवालो पर सार्थक हस्तक्षेप Hastakshep.com

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किसी को बड़ा या छोटा नहीं करता आलोचक : नामवर सिंह

Posted: 05 Jun 2012 10:04 AM PDT

 रचना बड़ी कि आलोचना? पूछने पर नामवर सिंह जैनेंद्र जी का संदर्भ दे कर पूछते हैं कि 'किस की अकल और किस की भैंस?' इसी तर्ज़ पर वह कहते हैं कि 'कौन रचना है और कौन आलोचक?' वह मानते हैं कि 'आलोचक किसी लेखक को बड़ा बनाता नहीं, स्वीकार करता है।' दरअसल लगभग हर व्याख्यान [...]

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बिहार जलता है तो जले, आप बांसुरी बजाइए!

Posted: 05 Jun 2012 09:00 AM PDT

अभिरंजन कुमार  जश्न मनाइए कि बिहार सौ साल का हो चुका है। राजधानी पटना समेत पूरे देश में शताब्दी समारोहों की नीली-नीली धूम अभी कुछ ही महीने पहले ख़त्म हुई है। राष्ट्रगीत की तर्ज पर हमें भी स्वाभिमान के इंजेक्शन के तौर पर एक राज्य गीत भेंट किया जा चुका है। ग्लोबल समिट करके बिहार [...]

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‘पत्रकारिता मजबूत होगी तो लोकतंत्र मजबूत होगा’

Posted: 05 Jun 2012 08:36 AM PDT

उत्तर प्रदेश ग्रामीण पत्रकार कल्याण समिति का वार्षिक अधिवेशन लखीमपुर-खीरी। जिले के मितौली कस्बे में आयेाजित उ०प्र० ग्रामीण पत्रकार कल्याण समिति के वार्षिक अधिवेशन में बोलते हुए समिति के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र शुक्ल ने कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता एक जोखिम भरा बड़ा दायित्व है। आज की परिस्थितियों में चुनौतियां बढ़ी हैं। सरकार को उनकी समस्याओं [...]

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सात साल की छवि घंटों में नेस्तनाबूद

Posted: 05 Jun 2012 07:35 AM PDT

बरमेश्वर मुखिया की शवयात्रा में उपद्रव लीना भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. सी.पी ठाकुर और बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री गिरिराज सिंह ने 3 जून को कहा कि बरमेश्वर मुखिया की ''शहादत'' पर किसी को रोटी सेंकने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने भाजपा कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लोग उनकी शहादत [...]

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गुजरात के गोयबेल्स

Posted: 05 Jun 2012 02:29 AM PDT

एल. एस. हरदेनिया "हिटलर महान है। हिटलर के नेतृत्व में जर्मनी ने अभूतपूर्व उन्नति की है। हिटलर जैसा महान नेता जर्मनी के इतिहास में कभी नहीं हुआ।" यह विश्वास जर्मनी के सभी नागरिकों के मन में बैठा दिया गया था। इसका श्रेय जोसेफ गोयबेल्स को जाता है। गोयबेल्स हिटलर के प्रमुख सहायक थे जिन्हें उनकी [...]

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आध्यात्मिकता और नैसर्गिक प्राकृतिक सौन्दर्य का अनूठा संगम माऊंटआबू

Posted: 05 Jun 2012 12:43 AM PDT

पिछले दिनों मााऊंट आबू में आयोजित मीडिया की अन्तर्राष्ट्रय प्रेस कान्फ्रेंस में देश विदेश के छह सौ से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पंजाब राज्य की ओर से प्रेस कौंसिल फाजिल्का के छह सदस्यों ने भी सपरिवार मीडिया के इस महाकुंभ में हिस्सा लिया। प्रेस कौंसिल के सदस्यों ने वहां जो देखा व अनुभव किया, [...]

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सरकारी स्कूल में भी बिना पुलिस वेरिफिकेशन के दाखिला न मिलने पर छात्र पहुंचा उच्च न्यायालय की शरण

Posted: 04 Jun 2012 10:07 PM PDT

NO ADMISSION IN GOVT. SCHOOL WITHOUT POLICE VERIFICATION – STUDENT MOVES DELHI HIGH COURT A shocking incident is highlighted in which 12 year old Master Akshay Kumar seeking admission in class 7 in Government Sarvodya Bal Vidyalaya, New Ashok Nagar, Delhi in 2012-13 is denied admission on the ground that his parents have failed to [...]

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जोकर बन कर रह गए हैं राउडी राठौर के विलन नासर

Posted: 04 Jun 2012 08:56 PM PDT

जुगनू शारदेय राउडी राठौर सिनेमा और उसके देखने वालों के समाजशास्त्र के नजरिए से बहुत ही मह्त्वपूर्ण फिल्म है । यह रिमेक का राजा भी है । तेलुगु की विक्रमाकुड्डु 2006 में बनी थी । तब से यह कन्नड , तमिल और बांग्ला में अपना जौहर दिखलाते हुए हिंदी में राउडी राठौर हो गई है [...]

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सड़ते हुए सारंडा की कहानी

Posted: 04 Jun 2012 07:49 PM PDT

वैसे तो सारंडा एक जंगल है और जंगलों का कभी कोई मानवाधिकार होता नहीं है. मानवाधिकार तो केवल उन मानवों के होता है जो बाकी सब के लिए दानव बन जाते हैं. क्या जंगल, क्या जमीन, क्या चर और क्या चराचर. सबके अधिकार मानों मानवाधिकार में समाहित हो गये हैं. कभी अपनी सघनता के लिए [...]

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