Thursday, June 7, 2012

राजनैतिक, आर्थिक, संस्कृतिक मुद्दो और आम आदमी के सवालो पर सार्थक हस्तक्षेप Hastakshep.com

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देखना अदम को यहाँ से

Posted: 07 Jun 2012 09:30 AM PDT

न रहना अदम का अशोक कुमार पाण्डेय सब चले जाते हैं एक दिन. अदम भी चले गए. जो उम्र थी उनकी वह जाने की नहीं थी. कुछ अपनी वजूहात, कुछ ज़माने की बेजारी. उन्हें जाना पड़ा. जैसे कोई भरी महफ़िल से अचानक उठे और "भाड़ में जाओ" जैसा कुछ कहकर गुस्से से पाँव पटकते चला [...]

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सुनो कहानी मुखोटों के पीछे

Posted: 07 Jun 2012 08:30 AM PDT

पिंकसिटी प्रेसक्लब की ओर से आयोजित साहित्यिक कार्यक्रम सुनो कहानीमें इस बार वरिष्ठ पत्रकार श्री मिलाप चंद डंडिया  को आमंत्रित किया जा रहा है. डंडिया अपनी चर्चित पुस्तक मुखोटों के पीछे  का वाचन करेंगे. कार्यक्रम के सूत्रधार साहित्यकार श्री मनोहर प्रभाकर होंगे.                                   [...]

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अंबेडकर को चुनने की सजा बंगाली शरणार्थियों को

Posted: 07 Jun 2012 07:53 AM PDT

मसला भूमि सुधार का और सजा विभाजन पीड़ित बंगाली शरणार्थियों को, क्योंकि उन्होंने अंबेडकर को चुना था! पलाश विश्वास आजादी के बाद जो काम सबसे पहले होना चाहिए था, उसे आज भी अंजाम देने की ओर  कोई  ठोस पहल नहीं की गयी है। भूमि सुधार के बगैर सामाजिक​ न्याय या समावेशी विकास महज छलावा है। [...]

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लोकतंत्र में संघर्ष के पतन की पराकाष्ठा है यह

Posted: 07 Jun 2012 05:01 AM PDT

सिद्धार्थ शंकर गौतम २४ जून को पूरे विश्व में इत्र के लिए प्रसिद्ध उत्तरप्रदेश के कन्नौज में होने जा रहे लोकसभा उपचुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की धर्म-पत्नी डिम्पल यादव के सामने चुनावी रण में उतरने से पूर्व ही जिस तरह विपक्षी दलों ने डिम्पल को वाक्ओवर दे दिया है उससे लोकतंत्र में संघर्ष [...]

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मुहं चिढ़ाता सा ही लगता है “Incredible Uttarakhand” का स्लोगन

Posted: 07 Jun 2012 01:58 AM PDT

श्री विजय बहुगुणा जी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड देहरादून पिछले दिनों उत्तराखंड के चार धामों की यात्रा का सौभाग्य प्राप्त हुआ। लेकिन बडे ही दुःख के साथ लिखना पड़ रहा है कि यात्रा आरम्भ होने से पहले सरकार द्वारा किये गए तमाम वायदों और घोषणाओं के बावजूद यात्री भगवान् भरोसे ही यात्रा पूरी कर रहे हैं। एक [...]

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पाँचजन्य और आर्गनाइजर, मुख पत्र या मुखौटा पत्र

Posted: 07 Jun 2012 01:42 AM PDT

वीरेन्द्र जैन        गत दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख राम माधव ने भोपाल में कहा कि पांचजन्य और आर्गनाइजर का संचालन स्वयंसेवक करते हैं लेकिन उनमें प्रकाशित लेखों में व्यक्त विचार संघ के विचारों से मेल खाएं यह जरूरी नहीं है। वे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में आरएसएस [...]

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फेसबुक सूक्तियां

Posted: 06 Jun 2012 10:36 PM PDT

jagadishwar chaturvedi कलाकार प्रशिक्षित होता है ।लेकिन फेसबुक यूजर न तो कलाकार है और न प्रशिक्षित है ,वह तो यूजर है।                                                                                 xxxxx कलाओं में कुछ भी रचसकते हैं और उससे मुक्त भी हो सकते हैं। फेसबुक में यह संभव नहीं है। फेसबुक कला नहीं है।                                                                             XXXXX कलाकार और फेसबुक यूजर में यह साम्य [...]

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अर्थ व्यवस्था ठप, नीति निर्धारण स्थगित क्योंकि वित्त मंत्री को राष्ट्रपति बनाना है!

Posted: 06 Jun 2012 08:50 PM PDT

एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास जैसी दुर्गति कामरेड ज्योति बसु की बंगाल के माकपाइयों ने कर दी, अब बाजार और साउथ ब्लाक के मूड को देखते हुए लगता है कि ममता दीदी अपने कालीघाट के दुर्ग से एढ़ी चोटी का जोर लगाकर भी वैसी फजीहत प्रणव मुखर्जी की शायद ही कर पायें। प्रमव दा अब निश्चिंत हो [...]

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अमीरों की मितव्ययिता

Posted: 06 Jun 2012 08:15 PM PDT

 पी. साईनाथ योजना आयोग के अनुसार अगर एक ग्रामीण भारतीय प्रतिदिन २२ रुपये ५० पैसे खर्च करता है तो वह गरीब नहीं माना जायेगा, जबकि पिछले साल मई और अक्टूबर के बीच इसी योजना आयोग के उपाध्यक्ष की विदेश यात्राओं पर २.०२ लाख रुपये रोजाना औसत खर्च आया है. खर्चों में कटौती के प्रणव मुखर्जी [...]

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