Wednesday, July 11, 2012

राजनैतिक, आर्थिक, संस्कृतिक मुद्दो और आम आदमी के सवालो पर सार्थक हस्तक्षेप Hastakshep.com

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वसुंधरा को फ्रीहैंड ?

Posted: 11 Jul 2012 06:15 PM PDT

तेजवानी गिरधर   अपने आपको सर्वाधिक अनुशासित बता कर पार्टी विद द डिफ्रेंस का नारा बुलंद करने और व्यक्ति से बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा का शीर्ष नेतृत्व आखिरकार पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के आगे नतमस्तक हो गया प्रतीत होता है। जैसी की पूरी संभावना है उन्हें न केवल राजस्थान में [...]

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कांग्रेस में असंतोष

Posted: 11 Jul 2012 09:10 AM PDT

अंबरीश कुमार लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कांग्रेस संकट के दौर से गुजर रही है । पार्टी आलाकमान के चलते संगठन में असंतोष बढ़ रहा है । सलमान खुर्शीद ने जो कहा और बाद में अपने कहे से पलट गए पर यह धारणा बहुत से कांग्रेसी नेताओं की है ।हालाँकि एक तबका यह मानता है [...]

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गोली से नहीं मरा तो सुरक्षा बलों ने ईंट मार मार कर मार डाला !

Posted: 11 Jul 2012 08:46 AM PDT

अपने घर से बाहर निकलते ही सुरक्षा बलों ने सुबह सुबह मुन्ना को गोली मार दी ! वह पूरी तरह नहीं मर पा रहा तो सुरक्षा बलों ने वालों ने ईंट से मार मार कर उसे मार डाला ! इसके बाद सुरक्षा बलों ने घरों में से पैसे भी लुटे ! नारायण के घर से [...]

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प्लीज़ ! बहन जी को भ्रष्टाचार करने दो, दलित हैं न………..

Posted: 11 Jul 2012 07:41 AM PDT

मायावती बनाम  दलित कँवल भारती इसी 6 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने मायावती की बेहिसाब सम्पत्ति के मामले में 9 साल से चल रहे मुकदमे को रद्द कर दिया। सीबीआई ने यह मुकदमा 2003 में दर्ज कराया था। सुप्रीम कोर्ट ने इसे गैर कानूनी भी करार दे दिया है। अवश्य ही मायावती के लिये यह खबर [...]

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सिंगरौली के विकास का काला सच

Posted: 11 Jul 2012 05:02 AM PDT

अब्दुल रशीद सिंगरौली (मध्य प्रदेश) बंदिशे तो होती है लेकिन वक्त पर बंदिशों का जोर नहीं होता ठीक इसी तरह वक्त की कलम किसी की मोहताज़ नहीं होती और वक्त के कलम से लिखी दास्तां अमिट होती है। शायद यही वजह है कि वक्त के कलम से लिखी हकीकत न तो मिटाई जा सकती है [...]

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सच बोलो अडवाणी जी !

Posted: 11 Jul 2012 03:33 AM PDT

वीरेन्द्र जैन        आदरणीय अडवाणीजी देश के सवसे चतुर नेताओं में से एक हैं और बहुत ही सही समय पर कूटनीतिक कदम उठाते हैं. वे कई बार ऐसे मुद्दे छेड़्ते हैं जिस पर आयी तीव्र प्रतिक्रिया का वार उनके प्रतिद्वन्दी को झेलना पड़्ता है. पिछले दिनों अडवाणीजी ने भाजपा में प्रधानमंत्री पद के अपने प्रतिद्वन्दी [...]

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कंधमाल पर संगमा और भाजपा एकमत

Posted: 11 Jul 2012 02:30 AM PDT

राम पुनियानी   चुनावी राजनीति का खेल भी अजब है। अक्सर ऐसे गठबंधन बन जाते हैं जिनका कोई वैचारिक आधार नहीं होता। केवल चुनाव जीतने के लिए अलग-अलग और कब-जब विपरीत विचारधाराओं वाली पार्टियां, एक मंच पर आ जाती हैं। हमारी चुनाव व्यवस्था में जो कई खामियां हैं उनमें से एक यह है कि जिसे [...]

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भारत में विश्व जनसँख्या दिवस के मायने

Posted: 11 Jul 2012 01:45 AM PDT

राजीव गुप्ता  गत वर्ष 31 अक्टूबर 2011 को  गैर सरकारी संस्थाओ के अनुसार भारत में 7 अरबवें बच्चे के जन्म के साथ विश्व की जनसँख्या 7 अरब हो गयी ! संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के प्रतिनिधि ब्रूस कैम्पबेल ने  एक संवाददाता सम्मेलन में ने इस बढ़ती हुई आबादी को एक चुनौती मानते हुए कहा था कि “हमने जबकि मानव विकास के लिए ठोस बुनियाद तैयार की है लेकिन अमीर और गरीब के बीच मतभेद और गहरी [...]

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सीमा आजाद के नाम पत्र

Posted: 11 Jul 2012 12:43 AM PDT

[युवा पत्रकार सीमा आजाद और उनके पति विश्वविजय को गत माह उत्तर प्रदेश की एक अदालत ने कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया, माओवादी का सदस्य होने और राज्य के खिलाफ युद्ध छेडऩे के अपराध में आठ जून को दफा 124 (ए) में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। सीमा और विश्वविजय को 6 फरवरी, 2010 को [...]

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Supreme Court Should Take Suo Motto Action in Killing of 17 Adivasis in Chattisgarh : NAPM

Posted: 10 Jul 2012 11:39 PM PDT

Chattisgarh Governor Must Fulfill his Constitutional Obligation to Protect Rights of Adivasis Supreme Court Should Take Suo Motto Action in Killing of 17 Adivasis in Chattisgarh New Delhi, July 10 : Since the killing of 17 Adivasis on June 28th in Rajpenta, Kottaguda and Sarkeguda many revealing facts have come to public knowledge. The news [...]

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बड़े मीडिया के अंदर न्यू मीडिया का तेजी से फैलता भय है यशवंत की गिरफ्तारी

Posted: 10 Jul 2012 09:45 PM PDT

पहले पत्रकारों की लड़ाई सरकार और मालिकों के खिलाफ होती थी लेकिन आज ऐसे हालात हो गए हैं कि पत्रकारों को पत्रकारों के खिलाफ लड़ाया जा रहा है. आज भारत में दो प्रकार के पत्रकार हैं. एक वह जो मालिकों के लिए दलाली कर रहे हैं और दूसरे वे जो ईमानदारी से इस पेशे के [...]

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मिनरल पानी पीते हो, आइसक्रीम खाते हो फिर भी अनाज चाहिए?

Posted: 10 Jul 2012 09:23 PM PDT

एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास अमेरिकी फतवे पर सफाई पेश करने के लिए मनमोहन सिंह के दो सिपाहसालार मैदान में आ डटे। एक चिदंबरम तो सलमान खुरशीद। खुरशीद ने तोतो मनमोहन के बचाव में राहुल गांधी तक की टांग खींच ली। फिर मोइली ने आर्थिक सुधारों में देरी के लिए एनडी के असहयोग का रोना रो लिया। [...]

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खुफिया एजेंसियों के फांसे में लोकतंत्र

Posted: 10 Jul 2012 08:45 PM PDT

राजीव यादव कतील सिद्दीकी की खुफिया एजेंसियों द्वारा पुणे की यरवदा जेल में की गई हत्या को एक महीने हो गए हैं और 13 मई को सउदी से उठाए गए दरभंगा बाढ़ समेला के ही फसीह महमूद के अपहरण को भी दो महीने होने जा रहे है। सुप्रिम कोर्ट में पड़े हैबियस कार्पस पर डेट [...]

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लोकतंत्र में निराशा की कोई जगह नहीं – श्रीप्रकाश जायसवाल

Posted: 10 Jul 2012 07:58 PM PDT

मार्कण्‍डेय पाण्‍डेय नई दिल्‍ली। किसी भी लोकतंत्र के लिये जरुरी है कि निराशा और हताशा का वातावरण न हो, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के राजनीति में आने से पहले देश में ऐसा ही हताशा का वातावरण कायम हो गया था। नौजवान दिग्‍भ्रमित था क्‍या करें क्‍या ना करें ऐसे में राजीव गांधी जी ने देश [...]

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