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किन्हीं कारणों से आह्वान का प्रकाशन पिछले लम्बे समय से बाधित था। जनवरी-अप्रैल अंक के बाद अब मई-अक्टूबर संयुक्तांक प्रकाशित कर रहे हैं। आगे से हम लोग इसकी नियमितता को बरकरार रखने की पूरी कोशिश करेंगे। आह्वान के इस अंक पर आपकी प्रतिक्रिया की हमें प्रतीक्षा रहेगी।
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मई-अक्टूबर 2015

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पाठक मंच
अपनी ओर से
साम्प्रदायिक फासीवादी सत्ताधारियों के गन्दे चेहरे से उतरता नकाब़
समाज
पोर्नोग्राफ़ी पर प्रतिबन्ध: समर्थन और विरोध के विरोधाभास / अन्तरा घोष
एक युवा नाटककार की नज़र से ललितगेट घोटाला / सनी
बाबाडम और माताडम: दिव्यता के नये कामुक और बाज़ारू अवतार / बाबा रम्बल-टम्बल
साइनाथ का एनजीओ प्रायोजित रैडिकलिज़्म और 'परी' की पॉलिटिक्स / कविता
शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार
हरियाणा की शिक्षा व्यवस्था राम भरोसे! / रमेश
छात्र आन्दोलन
एफ़.टी.आई.आई. के छात्रों का संघर्ष ज़िन्दाबाद / सिमरन
क्यों संघर्षरत हैं हम एफ़.टी.आई.आई. के लिए?
दिल्ली विश्वविद्यालय में 2014-15 के अकादमिक सत्र से सीबीसीएस लागू होने के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन
फासीवाद
अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस: भगवाकरण का एक और प्रयास / सिमरन
आर.एस.एस. का जातिवादी चेहरा एक बार फि़र बेनकाब / प्रवीन
विश्व पटल पर
यमन पर हमला अरब के शेखों और शाहों की मानवद्रोही सत्ताओं की बौखलाहट की निशानी है / आनन्द
यूनानी त्रासदी के भरतवाक्य के लेखन की तैयारी / शिशिर
विज्ञान
विज्ञान के विकास का विज्ञान / सनी
समाजवादी प्रयोग
मज़दूर आन्दोलन
दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन के जुझारू संघर्ष ने झुकाया केजरीवाल सरकार को
सामयिकी
मुम्बई में 200 से ज़्यादा लोगों की मौत का ज़िम्मेदार कौन / विराट
साहित्य
सपनों के बारे में एदुआर्दो गालिआनो की पाँच लघु कथाएँ
गतिविधि बुलेटिन
हरियाणा में चला जाति तोड़ो अभियान
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